जन्म: 26 मार्च 1987, स्थान: भोपाल. माता: श्रीमती मधु वर्मा, पिता: श्री आलोक वर्मा. जीवन साथी: श्री शान्तनु श्रीवास्तव. शिक्षा: एम.ए. (टेक्सटाइल डिजाइन- नॉर्विच यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ आर्ट्स- नॉर्विच यूके), एम.एससी. (प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एंड बिजनेस डेवलपमेंट- स्केमा बिजनेस स्कूल, पेरिस, फ्रांस). जूनियर डिप्लोमा – शास्त्रीय नृत्य (कथक), ‘संगीतिका जूनियर डिप्लोमा’ राजा मान सिंह तोमर संगीत और कला वि.वि. ग्वालियर. व्यवसाय: बिजनेस डेव्लपमेंट एग्जीक्यूटिव/टेक्सटाइल डिज़ाईनर. करियर यात्रा: वर्ष 2009 अगस्त से सीजन्स फर्निशिंग्स लिमिटेड, नई दिल्ली से करियर की शुरुआत. यहां स्टाइलिस्ट- प्रोजेक्ट्स और बिजनेस डेवलपमेंट विभाग में वर्ष 2010 तक कार्य किया. इसके बाद 2011 तक स्टूडियो एचबीए-नई दिल्ली, वर्ष 2013 से दिसम्बर 2014 तक मृगनयनी-भोपाल में टेक्सटाइल डिज़ाइन कंसल्टेंट, मार्च 2015 से जनवरी 2018 तक दो साल टेक्सटाइल डिजाइन एक्सटर्नल फैकल्टी के रूप में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, भोपाल में सेवायें देने के साथ ही भोपाल में वर्ष 2015 जुलाई में स्वयं के व्यवसाय ट्रेडिशन बाय मल्लिका की शुरुआत की. इसके बाद मार्च 2018 से सितंबर 2018 तक मल्हिया केंट पेरिस में असिस्टेंट क्रिएशन (टेक्सटाइल) के रूप में कार्य किया. इसके बाद जुलाई 2020 से दिसंबर 2020 तक ग्लोब एजुकेट पेरिस में कॉरपोरेट स्ट्रेटजी असिस्टेंट, मई 2021 से नवंबर 2021 तक चार्जी डे रिक्रूटमेंट फ्रांस एट कॉनकोर्स, IÉSEG स्कूल ऑफ मैनेजमेंट पेरिस में कार्य किया. जनवरी 2022 से वर्तमान में एडहॉक बिजनेस स्कूल, पेरिस में बिजनेस डेवलपमेंट एग्जीक्यूटिव का कार्यभार संभालने के साथ ही हस्तशिल्प उत्पादों के कार्य में संलग्न. उपलब्धियां: कई वर्षों तक भारतीय हथकरघा वस्त्र उद्योग में काम करने और भारतीय हस्तशिल्प उत्पादों का अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रचार करने के उपरांत वर्तमान में यूरोपीय शिक्षा उद्योग में सफलतापूर्वक कार्य कर रही हैं. इन्होंने अपने डिजाइन और तकनीक के माध्यम से टेक्सटाइल पर अपनी वैभवशाली संस्कृति, विविधता, लोक कला को जीवंत रूप में कपड़ों पर उतारा. अपने अन्तर्राष्ट्रीय अनुभव को उन्होंने इंडो वेस्टर्न कॉन्सेप्ट के साथ फ्रेंच फ्ली मार्केट के माध्यम से समूचे फ्रांस में प्रचारित और प्रसारित किया. मल्लिका जमीन से जुड़े कलाकारों, हस्तशिल्प एवं हथकरघा के लोगों के साथ काम करना चाहती थीं. उन्होंने अपने अनुभव को इन कलाकारों को आगे बढ़ाने में इस्तेमाल किया. भोपाल के कलाकारों के शिल्प/कलाकारी को नया कलेवर दिया. उनकी इस पहल से कलाकारों को काम मिला, प्रोत्साहन मिला और विश्व पटल पर पहचान मिली. अपनी डिज़ाइन और ब्लॉक के साथ भोपाल के कलाकारों के सहयोग से इंडिया और फ्रांस में ‘कस्टमाइज्ड’ और ‘पर्सनलाइज्ड’ उत्पाद चंदेरी, सिल्क और लिनेन के कपड़ों पर हाथकारी और ब्लॉक प्रिंट से तैयार करवाती हैं. विदेश यात्रा: यूके, फ्रांस. रुचियां: शास्त्रीय संगीत, कुकिंग, योग. अन्य जानकारी: भारतीय शास्त्रीय संगीत/नृत्य एवं योग का अभ्यास. वर्ष 2017 में फ्रेम डीईएलएफ ए2 और 2021 में पेरिस में फ्रेंच सीएमए लेवल बी-2 परीक्षा पास की. मल्लिका आज सी-1 लेवल की फ्रेंच भाषा बोलती, पढ़ती और लिखती हैं. स्कूल के दिनों में लगभग 5 साल शास्त्रीय नृत्य सीखा. अभिव्यक्ति गरबा वर्कशॉप तथा सालसा वर्कशॉप में भागीदारी. शास्त्रीय संगीत: वर्ष 2014 से गुरु श्रीमती निबेदिता सबत जी से हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की तालीम ले रही हैं. भोपाल में अरेरा क्लब और आसपास संगीत ग्रुप में अनेक बार प्रस्तुतियां. वर्तमान पता: पेरिस/ स्थायी पता: एचआईजी-1/463- अरविंद विहार, बागमुगालिया, भोपाल -43. ई-मेल: Traditionsbymallika@gmail.com