जन्म: 03 अगस्त 1995, स्थान: जबलपुर, माता: श्रीमती सुगन्धा नाजपाण्डे, पिता: डॉ. प्रवीण नाजपाण्डे, शिक्षा: मास्टर इन परफार्मिंग आर्ट (नृत्य-कथक), विशारद- (कथक-खैरागढ़ विवि. 2010), सीनियर डिप्लोमा (उप शास्त्रीय संगीत-प्रयाग संगीत समिति-इलाहाबाद, 2011), सीनियर डिप्लोमा (लाइट म्यूजिक- इलाहाबाद यूनिवर्सिटी 2012), संगीत कला रत्न (एडवांस डिप्लोमा कथक 2013), बी.म्यूज़ (सितार) राजा मानसिंह तोमर म्यूजिक एंड आर्ट्स यूनिवर्सिटी-ग्वालियर, बी.कॉम (एकाउंटिंग एंड टेक्सेशन 2016), एम.कॉम (एकाउंटिंग एंड टैक्सेशन-2018, एसपीपीयू-पुणे), एम.ए (कथक- नालंदा डांस रिसर्च सेंटर-मुंबई 2020). व्यवसाय: नृत्य शिक्षिका/संस्थापक प्रियल नाजपाण्डे डांस स्टूडियो. करियर यात्रा: नृत्य प्रशिक्षक -नालंदा नृत्य कला महाविद्यालय- मुंबई जुलाई 2018 से फ़रवरी 2020 तक, अगस्त 2020 से वर्तमान तक आईएआईडी- दोहा में सेवायें जारी. वर्ष 2021 में प्रियल नाजपाण्डे डांस स्टूडियो नाम से संस्था स्थापित कर नृत्य प्रशिक्षण कार्य. उपलब्धियां/पुरस्कार: नेशनल सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्सेज एंड ट्रेनिंग (एनसीआरटी) दिल्ली से जूनियर स्कॉलरशिप (2008 से 2013 तक), सीसीआरटी स्कॉलरशिप (कथक -2020). सम्मान- नृत्य नूपना पुरस्कार (नालंदा नृत्योत्सव 2020), किनकिनी कीर्तन राष्ट्रीय नृत्योत्सव- उज्जैन कथक एकल प्रस्तुति में प्रथम स्थान (2019), डांस वर्ल्ड कप -पुर्तगाल में फाइनल के लिए क्वालिफाई (2019), अखिल भारतीय किरण संगीत समारोह- कटनी में किरण ताज और किरण स्वर्ण पदक से सम्मानित. प्रस्तुतियां- कथक नृत्य- भारत के राष्ट्रपति के समक्ष नृत्य प्रस्तुति, ऑल इंडिया पोस्टल कल्चरल मीट (2004-2019), अखिल भारतीय सांस्कृतिक संघ-पुणे (2011/2017), लेहरा आर्ट फाउंडेशन (2018), नेशनल सेंटर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट (एनसीपीए) 2018, 2019), किनकिनी कीर्तन राष्ट्रीय नृत्योत्सव उज्जैन (2019), अलादीन अकादमी ऑफ संगीत रीवा (2011), मध्यप्रदेश अंतर्विश्वविद्यालय राज्य स्तरीय युवा उत्सव (2014/2015), आईसीसीआर-श्रीलंका (2021), नालंदा नृत्योत्सव मुंबई (2020) आदि. सितारवादन- मध्य प्रदेश अन्तर्विश्वविद्यालय, राज्य स्तरीय युवा उत्सव (2014-2015), वर्ल्ड कल्चरल फेस्टिवल- द ग्रांड आर्केस्ट्रा (2016) अखिल भारतीय किरण संगीत समारोह- कटनी (2008, 2009, 2011) आदि. रुचियां: नृत्य, गायन, वादन (सितार, हारमोनियम), थियेटर. अन्य जानकारी: विशेष कौशल- नृत्य शैली (अखिल भारतीय शास्त्रीय नृत्य, अखिल भारतीय लोक नृत्य, समकालीन, बेली डांस, टैप डांस), रंगमंच और मोनो अभिनय, अर्ध-शास्त्रीय और लोक गायन, संगत (सितार, हारमोनियम, कीबोर्ड). गुरु मोती शिवहरे (संस्थापक -नवरंग कथक कला केंद्र) के मार्गदर्शन में कथक नृत्य का 16 साल तक प्रशिक्षण, कथक नृत्य में एमपीए (मास्टर इन परफॉर्मिंग आर्ट्स) गुरु डॉ. उमा रेले (प्राचार्य-नालंदा नृत्य अनुसंधान केंद्र) और गुरु श्रीमती नूतन पटवर्धन (एचओडी -नालंदा नृत्य अनुसंधान केंद्र, कथक विभाग) के मार्गदर्शन में पूर्ण किया. पता: 6/47, रामनगर कॉलोनी, अधारताल जबलपुर -04. ई-मेल: priyalnajpandepn@gmail.com